मौत के बारे में हमारे मन में कई सवाल आते हैं जैसे हमारे मरने के बाद क्या होता है? मरने के बाद हम कहाँ जाते हैं? और मौत के बाद हमारे साथ क्या होता है. ये एक बहुत ही मुश्किल सवाल है की मरने के बाद हमारी आत्मा कहाँ जाती है और उसका क्या होता है.
इस विषय को लेकर हर धर्म में अलग अलग धारणाएं हैं. यही कारण है की मौत के बाद की कहानी को समझना बहुत ही मुश्किल है. क्योंकि हमें इस सवाल का सही जवाब नहीं मिल पाता की हमारी मौत के बाद हमारा क्या होता है? हम कहाँ जाते हैं.
लेकिन बात करें हिन्दू धर्म की तो इसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है की मरने के बाद हमारे साथ क्या क्या होता है. जीवन के बारे में सबको पता है लेकिन मौत के बाद होने वाली घटनाओं को समझना बहुत ही मुश्किल है. इसके बारे में कई अजीब कहानियां हमारे सामने आती रहती हैं.
एक 85 साल के वृद्ध व्यक्ति मरने के 10 मिनट बाद अचानक जिंदा हो गए थे. परिवार वालों ने उनके दाह संस्कार की तैयारियां भी शुरू कर दी थी. लेकिन अचानक ही ऐसा हुआ की उनकी साँसे चलने लगी और उनके शरीर में हरकत होने लगी. ये एक सच्ची घटना है.
उस वृद्ध ने जो कहानी बताई वो अद्भ्युत थी. उसकी कहानी से कुछ कुछ तो समझ आ ही जाता है की मरने के बाद क्या होता है. उसने बताया की जैसे ही उनकी साँसे रुकी और वो अचेत हुए उन्होंने खुद को बहुत ही हल्का महसूस किया.
उन्हें बहुत ही ज्यादा ख़ुशी की अनुभूति हुयी और उन्हें ऐसा लगा जैसे उन्हें कोई रोग ही नहीं है. मै बस ऐसा महसूस कर ही रहा था की अचानक से बहुत तेज रौशनी प्रकट हुयी. मैंने जब ध्यान लगाकर रौशनी में देखा तो 2 देवदूत प्रकट हुए जिन्होंने बहुत ही चमकदार वस्त्र पहन रखे थे.
उनमें से एक ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे ऊपर खींचकर खड़ा किया. जैसे ही उन्होंने मुझे ऊपर खड़ा किया मुझे अपना मृत शरीर साफ़ नीचे पड़ा हुआ नज़र आ रहा था. यानी उन्होंने सिर्फ मेरी आत्मा को पकड़ रखा था. उसके बाद वो बहुत ही तेजी से ऊपर की और उड़े.
लेकिन जैसे ही वो उड़े तो जिस देवदूत ने मेरा हाथ पकड़ रखा था, उसके हाथ से मेरा हाथ फिसल गया और मेरी आत्मा वापिस मेरे शरीर में समा गयी तथा मेरी साँसे चलने लगी और मै जिंदा हो गया. उसके बाद वो देवदूत भी आपिस नहीं आये.
ये एक अचंभित करने देने वाली कहानी है लेकिन इससे पता चलता है की हमारे साथ मरने के बाद क्या होगा. इसी तरह से एक और कहानी है जिसमें एक औरत काफी दिन से कोमा में पड़ी थी और मौत की कगार पर थी. लेकिन वो भी अचंभित रूप से बच गयी.
उसने बताया की जैसे ही उसकी साँसे उखड़ने लगी और उसके प्राण निकले तो उसे एक सुरंग जैसा कुछ नजर आया जिसमें प्रकाश ही प्रकाश था. उस सुरंग से उन्होंने 2-3 व्यक्तियों को आते हुए देखा जिन्हें देखकर वो डर गयी. उनके डर के कारण वो इतनी जोर से चिल्लाई की उसकी धड़कन फिर से चलने लगी.
इस तरह से Doctors तुरंत वहां पहुंचे और उन्होंने उसकी सार संभाल की. अजीब बात ये है की वो औरत बच गयी और अभी भी जिंदा है. ऐसी और भी बहुत सी कहानियां हैं जो अलग अलग जगह के लोग अक्सर बताते रहते हैं. अब इसमें कितनी सच्चाई है ये हम नहीं कह सकते.
लेकिन हमारे अन्दर जिज्ञासा होती है की मौत के बाद हम कहाँ जाते हैं? हमारे साथ क्या होता है? क्या फिर से हमारा किसी प्राणी के रूप में जन्म होता है या फिर कुछ और ही चीज़ें होती हैं. चलिए जानते हैं हिन्दू धर्म के अनुसार मौत का बाद हमारा क्या होता है.
What Happens After Death In Hindi – मरने के बाद क्या होता है
मरने के बाद की सच्चाई जानने से पहले हम आपको एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहते हैं. वो ये है की हम कभी मरते ही नहीं हैं. क्या आप इस बात पर भरोसा कर सकते हैं? हम अपनी मौत को लेकर हमेशा घबराते रहते हैं, जबकि सच्चाई ये है की मौत हमारी नही बल्कि हमारे शरीर की होती है.
आप सब ने सुना होगा की आत्मा अमर है वो कभी मरती नहीं है, बस शरीर के बिलकुल शिथिल पड़ जाने के बाद वो उसे छोड़कर किसी अन्य शरीर में प्रवेश कर जाती है. बस इसी प्रक्रिया को हम मरना कहते हैं. हम अनगिनत वर्षों से जीवित हैं क्योंकि हमारी आत्मा जीवित हैं.
इसी तरह से आगे भी ऐसे ही जीवित रहेंगे, तो फिर मौत से क्या डरना. जो लोग सोचते रहते हैं की मरने के बाद हमारे साथ क्या होगा? और हमेशा भयभीत रहते हैं उन्हें बस अच्छे कर्म करने की जरुरत है, मौत से डरने की नहीं. क्योंकि मरने के बाद हमारे कर्म हमारे आड़े जरूर आते हैं.
इस बात में पूरी तरह सच्चाई है. गरुड़पुराण के कुछ किस्से आपने भी पढ़े होंगे की मौत के बाद किस तरह से बुरे लोगों को यातनाएं दी जाती हैं और बाद में उन्हें उनके कर्मों के अनुसार किसी जीव का जन्म मिलता है. हिंदी धर्म के अनुसार ये सारी प्रक्रिया 13 दिन के अन्दर होती है.
चलिए सपष्ट रूप से जानते हैं की हमारे मरने के बाद क्या होता है? मौत के बाद हम कहाँ जाते हैं. जैसे ही हमारी आत्मा शरीर से बाहर निकल जाती है और हमारी साँसे रुक जाती हैं, यानी हम मर जाते हैं. आत्मा किसी को दिखाई नहीं देती, ये बस एक तरह की उर्जा है.
आत्मा के बाहर निकलते ही हम अपने आपको बिलकुल हल्का फुल्का और खुश महसूस करने लगते हैं. हमें ऐसा लगता है जैसे हमने किसी प्रकार का रोग या दर्द था ही नहीं. यहाँ तक की हम नीचे पड़े हुए अपने मृत शरीर को भी देख सकते हैं और हमें उससे घृणा होती है.
बताया जाता है तभी तेज रौशनी के बीच यमदूतों का आगमन होता है और वो आत्मा को कैद करके अपने साथ यमलोक ले जाते हैं. वहां उस व्यक्ति को कर्मों का हिसाब होता है. देखा जाता है की इस व्यक्ति ने अपने जीवन में कितने पुण्य किये और कितने पाप.
अगर किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में बहुत ही ज्यादा पाप किये हों तो गरुण पुराण के अनुसार उसे 7-8 दिनों तक बहुत ही बुरी बुरी यातनाएं दी जाती हैं. उसे गरम तेल की कढाई में छोड़ दिया जाता है, उसका एक एक अंग काटा जाता है या उसे मगरमच्छों के बीच छोड़ दिया जाता है.
गरुड़पुराण में ऐसी कड़ी कड़ी सजाएँ बताई गयी हैं जिससे किसी की भी रूह काँप जाए. अगर आप सोच सोच कर डरते रहते हैं की मरने के बाद क्या होता है तो अभी से अपने कर्मों को सुधार लीजिये, अन्यथा बहुत देर ही चुकी होगी और आपका बुरा हाल होना तय है.
कई दिन तक कड़ी यातनाएं देने के बाद यमराज फैसला करते हैं की इसे किस जीव के रूप में जन्म दिया जाए. ये तय है की बुरे व्यक्ति को हमेशा किसी ऐसे जीव के रूप में जन्म दिया जाता है जिसका जीवन कष्टों से भरा होता है. उसे अपने जीवन में काफी दुःख दर्द झेलने पड़ते हैं.
कहने का मतलब ये है की उसे नर्क में भेज दिया जाता है. दूसरी तरफ जिस व्यक्ति ने अच्छे कर्म किये होते हैं, जिसने अपने जीवन में दान पुण्य किया हो, भगवान् की आराधना की हो, दूसरों की मुसीबत में मदद की हो और किसी का बुरा ना किया हो उसे किसी प्रकार की यातनाएं नहीं सहनी पड़ती.
यमराज जब उसके कर्मों का हिसाब देखते हैं और उन्हें पता चलता है की ये भला आदमी है और इसने किसी तरह का कोई पाप नहीं किया तो वो देवदूतों से संपर्क करते हैं. देवदूत आते हैं और उसे स्वर्ग में लेकर चले जाते हैं. इस प्रकार अच्छे आदमी को स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
वही कुछ बीच के लोग भी होते हैं जिन्होंने पाप भी किये होते हैं और धर्म भी किया होता है तो ऐसे लोगों का हिसाब भी अलग तरीके से होता है. ऐसे लोगों को यमराज उसके हिस्से की सजा देकर फिर से किसी ठीक ठाक से जीव के रूप में जन्म दे देते हैं.
तो ये हैं मरने के बाद की पूरी कहानी. एक जन्म तो केवल एक सीढ़ी है, सच्चाई तो ये है की हम अनंतकाल से जीते आ रहे हैं, जब से जीवन की शुरुआत हुयी थी. बस हमारी आत्मा बार बार अपना चोला बदलती है. यानी एक शरीर को त्यागकर दुसरे शरीर में प्रवेश करती है.
मौत का भय भी ऐसे ही व्यक्ति को ज्यादा होता है जिसने अपने जीवन में बहुत ज्यादा गलत काम किये हों. आप देखते होंगे की कई ऐसे साधु संत होते हैं जिन्हें मौत से किसी प्रकार की कोई घबराहट नहीं होती. क्योंकि उन्होंने अपना जीवन भगवान् को समर्पित कर दिया है.
वो लोग बस दूसरों की सेवा करते हैं और भगवान् की भक्ति में लीन रहते हैं. मतलब किसी प्रकार का कोई पाप नहीं करते. अगर आपको भी अपने मन से मौत का भय निकालना है तो अच्छे और पुण्य के काम करना शुरू कर दीजिये साथ ही रोज भगवान् को याद कीजिये.
जो लोग जीवन भर पैसा इकठ्ठा करने में लगे रहते हैं, जो पैसे के लिए असंख्य पाप कर चुके हैं, वो असल में अपने लिए नर्क का द्वार खोल चुके हैं. पैसा ना ही आपके साथ जाता है और ना ही आगे किसी काम आता है. इसलिए आज से ही अपना जीवन बदलने का प्रयास कीजिये और दिल खोलकर दुखी प्राणियों की सहायता कीजिये.
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ये था हमारा लेख हमारे मरने के बाद क्या होता है – What Happens After Death In Hindi जिसमें हमने आपको बताया की मौत के बाद आपके साथ क्या होगा. उम्मीद है ये जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी.
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