क्या आपने कभी सोचा है की हमें दर्द क्यों होता है? दर्द महसूस करने के कारण क्या हैं. थोड़ी सी भी चोट लगने पर हमें दर्द होने लगता है. तो कभी कभार हम सोचने लगते हैं की यार ये Pain क्यों होता है? दर्द होने के पीछे क्या कारण हैं? क्या ऐसा नहीं हो सकता की हमें दर्द हो ही ना.
दर्द के कारण तो हम सबको पता है की जब भी हमें किसी प्रकार की चोट पहुँचती हैं तो Pain होने लगता है, थोडा सा भी कहीं से कटने पर, जलने पर या किसी की मार खाने से हमें दर्द का अहसास होता है. पर ये दर्द का अहसास क्यों होता है, इस बारे में हर किसी को पता नहीं होता.
क्योंकि इसके लिए हमें हमारे पूरे शरीर और दिमाग की कार्यशैली को समझना होता है जो की सबके बस की बात नहीं होती. यही कारण है की अनपढ़ लोगों को समझ नहीं आता की दर्द क्यों होता है. इसी वजह से वो बाबाओं या ऋषि – मुनियों से इसकी वजह जानना चाहते हैं.
वो लोग उन्हें एक ऐसा ईश्वरीय कारण बताते हैं जिस पर उन्हें विश्वास हो जाता है. और असल में उनकी वो बात विश्वास करने के लायक है भी. हम खुद भी उस बात पर विश्वास करते हैं. अब वो बात क्या है उसका खुलासा हम आगे करेंगे.
वैसे सबसे पहले हमें ये जान लेना चाहिए की दर्द क्या है? What Is Pain? दर्द असल में हमारे शरीर और दिमाग की एक प्रतिक्रिया है, जो हमें किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर महसूस होती है. या यूँ कह लें की दिमाग हमें दर्द का आभास कराता है.
सिर्फ हम इंसान ही नहीं बल्कि किसी भी प्राणी को चोट लगने पर दर्द होता ही है. यानी ये दर्द हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है और हमारे शरीर से जुड़ा हुआ है. यानी जब तक किसी प्राणी के शरीर में जान है, तब तक उसे दर्द का अनुभव होता ही है.
जैसे ही कोई प्राणी मरता है उसके बाद उसे दर्द महसूस होना बंद हो जाता है. मरने के बाद आप चाहें किसी व्यक्ति के हाथ पैर काट लीजिये, उसे दर्द नहीं होगा और उसका शरीर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देगा. तो चलिए जानते हैं की दर्द होने के पीछे असली वजह क्या है.
दर्द महसूस होने के कारण – दर्द क्यों होता है
अगर बात करें साधू संतों और महात्माओं की तो उनकी राय कुछ इस प्रकार है. उनका कहना है की हमारा शरीर पूरी तरह से प्रकृति के अधीन है. प्रकृति और मौसम में परिवर्तन का पूरा पूरा असर हम पर पड़ता है. ये शरीर हमें भगवान् ने दिया है तो दर्द भी उन्होंने ही बनाया है.
आइये उनकी इस बात को अच्छे से समझने की कोशिश करते हैं. उनके अनुसार दर्द भगवान् ने इसलिए बनाया ताकि हम अपने इस शरीर का ख्याल रख सकें. उनका कहना है की मान लीजिये अगर भगवान् दर्द को पैदा नहीं करते, तो क्या हम अपने शरीर का ध्यान रख पाते?
बिलकुल नहीं, आइये इसे उदहारण द्वारा समझते हैं. मान लीजिये भगवान् ने दर्द नाम की चीज़ नहीं बनायी होती तो क्या होता? मान लीजिये आप सो रहे हैं और कोई आकर आपका कान काटकर ले जाता है, क्योंकि कान काटने पर दर्द तो आपको होना नहीं है.
इसलिए आपको इस चीज़ का पता भी नहीं चलेगा. इसी तरह अगर आपके शरीर पर कोई बड़ी चोट भी लग जाती तो आप उसकी इतनी ज्यादा Care नहीं करते. क्योंकि दर्द तो आपको होना नहीं है. और दर्द महसूस होने के कारण ही व्यक्ति अपने शरीर का पूरा ध्यान रखता है.
यही कारण है की भगवान् ने दर्द बनाया ताकि कोई भी प्राणी अपने शरीर का हमेशा ख्याल रखे. जब भी उन्हें किसी तरह की चोट लगे तो उसकी दवा दारु करे या उसे ठीक होने का समय दे. उनके अनुसार दर्द का कारण यही है की ये ईश्वर द्वारा शरीर की रक्षा के लिए बनाया गया एक Alert है.
अब जानते हैं की Science के अनुसार दर्द क्यों होता है? किसी भी तरह की चोट लगने पर हमें Pain क्यों होता है. वैसे तो विज्ञान भी अभी तक इसका कोई सटीक कारण नहीं खोज पाया की दर्द की अनुभूति क्यों होती है. पर जैसा उन्होंने अब तक बताया है उसे समझ लेते हैं.
विज्ञान के अनुसार हमारे पूरे शरीर में नसें (Veins) फैली रहती हैं. यूँ समझ लीजिये की मकड़ी के जाले की तरह नसों को एक गहरा जाल फैला रहता है. इन्ही नसों के मायाजाल के माध्यम से हमारे दिमाग तक ये सन्देश पहुँचता है की हमारा शरीर या इसका कोई अंग खतरे में है.
जैसे ही हमें किसी प्रकार की चोट लगती है तो हमारे उत्तकों को नुकसान पहुँचता है. उत्तकों को नुकसान पहुँचते ही हमारे शरीर में मौजूद ख़ास तत्व “पी” नसों के माध्यम से मष्तिष्क के पास खतरे का सन्देश भेजता है. जिसके तुरंत बाद मष्तिष्क तो ख़ास Harmones का स्त्राव बढ़ा देता है.
ये Harmone ही हमें दर्द का अहसास करते हैं. इतनी जितनी ज्यादा मात्रा स्त्रावित होगी दर्द उतना ही ज्यादा होगा. इन Harmones के नाम हैं प्रोस्टेग्लैनडीन और ब्रेडीकिनिन. यही वो हारमोंस हैं जो हमें दर्द का अनुभव करवाते हैं.
आपने देखा होगा की कोई भी दर्द निवारक दवा लेने पर हमारा दर्द कम हो जाता है. वो इसीलिए होता है क्योंकि वो दवाएं इन Harmones को Block कर देती है. इनके Block होते ही या इनका स्त्राव कम होते ही हमारा Pain भी कम हो जाता है.
तो दर्द क्यों होता है और इसके पीछे क्या कारण हैं आप समझ गए होंगे. सिर्फ 1-2 छोटे मोटे Harmones ही बड़े से बड़े दर्द का अहसास करवाने के जिम्मेदार होते हैं. इन Harmones के अत्यधिक Production से हमारा शरीर कुछ अलग ही प्रतिक्रियाएं देने लगता है.
हो सकता है आप रोने लगें, आपकी आँखों में आंसू आ जाएँ या फिर आप कुछ समय के लिए बेहोश हो जाएँ. कई लोग चोट लगने पर बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं, ये भी दर्द का ही एक लक्षण है. क्योंकि चोट लगने पर मष्तिष्क में कुछ ऐसे Harmones का समूह Activate हो जाता है जो घबराहट पैदा करता है.
कुल मिलाकर हमारा ये कहना है की दर्द भी जीवन का एक हिस्सा है जो की जरूरी भी है. अगर दर्द ना होता तो व्यक्ति को अपने शरीर की चिंता ना होती. प्रकृति ने हर चीज़ अपने हिसाब से बिलकुल सही बनायीं है.
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