Habits Of Unhappy People In Hindi लेख में हम आपको Sad People यानी दुखी लोगों की आदतें बताएँगे जो लगभग ऐसे लोगों के लिए आम (Common) होता है. साथ ही बताएँगे की हमें दुःख क्यों होता है? दुःख होने के कारण क्या हैं? तो चलिए शुरू करते हैं इस महत्वपूर्ण लेख को.
हम सब एक समाज में रहते हैं और हमारे आस पास ही रहते हैं कुछ ऐसे लोग जो हमेशा दुखी (Sad) ही रहते हैं. ऐसे ही दुखी व्यक्तियों की गुण व् विशेषताएं हम आपको बताने वाले हैं. इनका अपना एक अलग ही नजरिया होता है और जीवन जीने का अलग ही तरीका.
कहने का मतलब दुखी लोगों की आदतें सामान्य व्यक्तियों से हटकर होती हैं. वो जो कुछ भी करते हैं अलग तरीके से करते हैं और हमेशा दुखी रहने के कारण कई बार अजीब हरकतें भी करने लगते हैं. हालांकि उन्हें इस बात का आभास नहीं होता की कोई उन्हें देख रहा है.
आपने एक कहावत तो सुनी होगी की जब समय अच्छा होता है तो हमारी Mistakes को भी लोग Ignore कर देते हैं. लेकिन जब समय बुरा आता है तो आपके द्वारा किये गए सही काम में भी लोग कमियां निकालने लगते हैं. इससे ये तो समझ में आ जाता है की दुःख बस एक खराब समय ही होता है.
यही कारण है की जब समय सही होता है तो व्यक्ति की सभी आदतें अपने आप अच्छी हो जाती हैं या लोगों को लगने लगती हैं. लेकिन बुरे Time में आप कुछ भी सही नहीं कर पाते या यूँ लगा लीजिये की आपके द्वारा किये जाने वाला कोई भी काम समाज को पसंद नहीं आता.
Unhappy लोगों की Habits उन्हें इस समाज से कटने को मजबूर कर देती हैं और कितने ही लोग बेचारे मानसिक विकारों के शिकार हो जाते हैं. हालांकि बहुत से लोग अपने हालतों में सुधार करने की कोशिश करते हैं पर वो कहते हैं ना की दुःख टाले नहीं टलता.
ये भी भगवान् की देन है और इसका भी एक निश्चित समय होता है. जब वक़्त आता है तो दुःख अपने आप दूर हो जाता है. खैर चलिए मुद्दे पर आते हैं और जानते हैं दुखी रहने वाले लोगों के अन्दर क्या क्या गुण, विशेषताएं और आदतें पायी जाती हैं.
Habits Of Unhappy People In Hindi – दुखी लोगों की आदतें
(1) हमेशा भूतकाल के बारे में सोचना – जो व्यक्ति हमेशा दुखी दिखाई देते हैं वो असल में Past पर ज्यादा ध्यान देते हैं. भूतकाल में घटी घटनाएँ उनके अन्दर Stress को बढ़ाती हैं. जैसे ये सोचना की “कुछ साल पहले मै क्या था और आज क्या से क्या हो गया” ये बातें उन्हें दुखी बनाती हैं.
या भूतकाल में किसी के साथ कोई बुरी घटना चुकी होती है तो वो उसके बारे में बार बार सोचते हैं जिससे उनकी परेशानी बढती जाती है. इन लोगों को हमेशा इस बात का पछतावा रहता है की अगर मै वो गलती ना करता तो आज ये सब ना होता.
(2) किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करना – दुखी लोगों की विशेषताएं (गुण) भी कुछ अलग ही होती हैं. ये ज्यादातर अकेले रहकर सोचना पसंद करते हैं. इन्हें किसी से ज्यादा बातचीत करना पसंद नहीं होता. जब ये किसी से बात करते भी हैं तो इनका मुहं रुआंसा सा हो जाता है.
ऐसा इसलिए क्योंकि इनके अन्दर कोई ना कोई दर्द छिपा होता है जिसे ये बाहर नहीं निकाल पाते. फिर इन्हें अकेला रहना ही अच्छा लगने लगता है ताकि किसी को किसी तरह का कोई जवाब देने की जरुरत ही ना पड़े. खुद अपने ही विचारों में खोये रहते हैं.
(3) अनिद्रा की समस्या – जो लोग हमेशा दुखी रहते हैं उन्हें ढंग से नींद नहीं आने की समस्या पैदा हो जाती है. यही कारण है की दुखी लोग दिन में भी नहीं सो पाते और रात को भी चक्कर काटते हुए पाए जाते हैं. असल में ये अनिद्रा की बीमारी से ग्रस्त होते हैं.
जिसका कारण है हर वक़्त तनाव में जीना और बहुत ही ज्यादा सोचना. लगातार ऐसा चलने से किसी का मष्तिष्क अशांत हो सकता है. और अगर किसी का दिमाग ही अशांत रहेगा तो उसे नींद आने में परेशानी तो होगी ही. क्योंकि सोने की कोशिश करते वक़्त भी इनका दिमाग दौड़ता रहता है.
(4) आत्मसमर्पण कर देते हैं – दुखी लोगों के गुण उन्हें हमेशा सामान्य व्यक्तियों से अलग प्रदर्शित कर ही देते हैं. असल में दुःख व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ही ज्यादा कमजोर बना देता है जो की Upset रहने वाले लोगों में दिखता भी है.
ये लोग खुद मान लेते हैं की वो खुद वास्तव में एक दुखी आत्मा है और उनसे कोई भी काम सही से नहीं हो सकता. उन्हें महसूस होता रहता है की उनकी क्षमता काफी कम हो चुकी है. लेकिन फिर भी कुछ लोग Strong होने का दिखावा करते हैं.
(5) हर वक़्त किसी ना किसी से शिकायत – दुखी रहने वाले लोगों को हर वक़्त किसी ना किसी चीज़ से शिकायत होती है. यहाँ तक की घर में होने वाले छोटे मोटे कामों में भी वो गलतियाँ निकालते रहते हैं. असल में उनका व्यवहार और आदत ही ऐसी हो जाती है.
अगर कहीं बाहर जायेंगे तो किसी के द्वारा छोटा सा किया गया मज़ाक भी उनसे सहन नहीं होता और उसे लेकर और ज्यादा परेशान हो जाते हैं. उन्हें हर छोटी मोटी बात को दिल पर लेने की आदत हो जाती है. यानी उन्हें किसी ने किसी से कोई ना कोई शिकायत रहती ही हैं.
(6) असली बातों को छुपाना – Unhappy People की Habits में ये Quality जरूर पायी जाती है की वो किसी के सामने अपनी सच्चाई पेश ही नहीं करते. यही उनके हमेशा Upset रहने का कारण बनता है. यदि कोई उनसे कारण पूछता है तो वो उसे ऐसे ही टाल देते हैं.
हालांकि बात कुछ और होती है पर वो बताएँगे कुछ और कहानी. पता नहीं ऐसे लोग सबसे पहले अपनी इस आदत को क्यों नहीं छोड़ पाते. अगर वो सच बताने की हिम्मत करें तो उनका दिल काफी हल्का हो सकता है और Stress में कमी आ सकती है.
(7) नीरस सा जीवन – देखिये अब अगर कोई हर वक़्त दुखी रहेगा तो Life को Enjoy करने की तो बात ही छोड़ दीजिये. ऐसा ही कुछ दुखी रहने वालों के साथ होता भी है. उनका जीवन बोरियत से भरा होता है, ना तो वो Enjoy करना चाहते हैं और ना ही कुछ Creative काम.
क्योंकि उन्हें सुबह उठते ही अपने उन्ही विचारों में खो जाना है जिनमें वो डूबते आये हैं. ऐसे में नए Ideas और Creativity की तो आप बात ही छोड़ दीजिये. यही कारण है की ऐसे लोगों के जीवन में किसी तरह का रस नहीं रह पाता और वो पुराने ढर्रे पर ही चलते रहते हैं.
(8) भविष्य का डर – अगर आप हमसे दुखी लोगों के गुण पूछेंगे तो हम ये वाला Point सबसे पहले बताएँगे. बस इस पोस्ट में हमने इतना ज्यादा ध्यान नहीं दिया. नहीं तो ये सच्चाई है की हर वक़्त दुखी रहने वाले ज्यादा लोग अपने Future को लेकर बहुत ज्यादा डरे हुए होते हैं.
उन्हें ऐसा महसूस होता है जैसे पता नहीं उनका भविष्य क्या होगा? उनके साथ कोई बुरी घटना जरूर घटेगी. हालांकि ये सब उनकी परिकल्पना ही होती है. ज्यादातर लोग जो बाते सोचते हैं उनमें किसी प्रकार की सच्चाई नहीं होती. हाँ उनका डर और Tension जरूर बढ़ा देती हैं.
(9) याद्दाश्त कमजोर होना – जैसा की हमने आपको बताया की दुःख एक ऐसा रोग है जो अपने साथ कई जटिल समस्याएँ लेकर आता है. लगातार लम्बे समय तक तनाव में जीने या दुखी रहने से किसी भी व्यक्ति की Memory Weak हो ही जाती है.
ऐसा ही कुछ दुखी रहने वाले लोगों में पाया जाता है. उनके मष्तिष्क के काम करने की क्षमता बहुत ही कम हो जाती है और धीरे धीरे वो भुलक्कड़ बन जाते हैं. हर वक़्त दुःख में रहने से मष्तिष्क में अच्छे Harmones के बजाय बुरे Harmones का Level बढ़ जाता है जिससे याद्दाश्त कमजोर होती है.
(10) चिडचिडा स्वभाव – दुःख और चिडचिडेपन का आपस में बहुत ही बड़ा सम्बन्ध है. जो व्यक्ति लगातार शोक में डूबा रहता है उसका Behaviour Change होना तय है. चूँकि व्यक्ति अपनी ही परेशानियों से जूझता रहता है, इसलिए वो चिडचिडा हो जाता है.
कोई उससे कुछ कहता है तो वो तैस में आकर जवाब देता है. उसके रहने सहने और बात करने का ढंग सब बदल जाता है. आदमी जब खुद ऐसा महसूस करने लगता है की वो कई समस्याओं के बीच घिर गया है तो वो चिडचिडा हो ही जाता है.
(11) पेट खराब रहना – जैसा की हमने आपको बताया दुखी लोगों की आदतें उन्हें कई बीमारियों का शिकार बना देती हैं. उन्हीं में से एक है पेट का हमेशा खराब रहना. ऐसे लोगों की पाचन क्रिया कमजोर पड़ जाती है और पेट सही से साफ़ नहीं हो पाता.
ये सब ज्यादा तनाव के कारण होता है जिससे हारमोंस का संतुलन बिगड़ जाता है. ये भी एक तथ्य है की अगर आप लगातार दुखी रहेंगे तो उसका असर आपके Metabolism और पाचन क्रिया पर जरूर पड़ेगा. यही वजह है की ग़मगीन लोगों का पेट हमेशा खराब रहता है.
(12) नकारात्मक होना – दुखी लोग अपने दुःख से इसीलिए बाहर नहीं निकल पाते क्योंकि वो कुछ सकारात्मक सोच ही नहीं पाते. हर वक़्त नकारात्मक सोचना और सोच सोच कर परेशान रहना उनकी आदत बन जाती है. ये उनकी ख़ास विशेषता होती है.
उन्हें लगने लगता है की उनके साथ तो बुरा ही होगा, क्योंकि उनकी तो किस्मत ही खराब है. इसी तरह उन्हें किसी भी चीज़ में सफलता प्राप्त करने का विश्वास नहीं होता. उनके दिमाग में बस वही नकारात्मक विचार चल रहे होते हैं जिसके कारण कोई भी काम सही से नहीं हो पाता.
(13) दुसरे के कहने का इंतज़ार – Sad People Habits में एक ये गुण भी आता है की वो बिना किसी के कहे कोई काम नहीं करते. वो हमेशा यही कहते रहते हैं की मुझसे किसी ने कहा ही नहीं करने को. मतलब वो लोग स्वयं के विवेक का इस्तेमाल नहीं कर पाते.
कहीं कोई कार्यक्रम हो तो वहां जाकर बैठ जाते हैं, लेकिन वहां कोई काम तब तक नहीं करते जब तक उन्हें कोई करने को ना कह दे. उनमें ये अजीब सा Ego पाया जाता है जो उन्हें समाज से अलग करने का काम करता है.
(14) कोई भी काम करते वक़्त मुहं बना लेना – जो लोग सदा Upset रहते हैं वो कुछ अजीब से Reactions देते हैं. जैसे अगर उन्हें कोई काम करना पड़ जाए तो उनके मुहं पर फुलावट आ जाती है और व्यवहार बदल सा जाता है
ऐसे लोग सिर्फ एक जगह चुपचाप बैठे रहना ज्यादा पसंद करते हैं. इन्हें दुसरे की टोका टाकी पसंद नहीं होती. बुरे ख्यालों में खोये रहना ही इनकी फितरत बन जाती है. दुखी लोगों का गुण ये भी होता है की किसी के द्वारा Hurt करने पर वो जल्दी ही रो पड़ते हैं.
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ये था हमारा लेख दुखी लोगों की आदतें – Habits Of Unhappy People In Hindi. उम्मीद है सदा उदास रहने वाले लोगों के गुण व् विशेषताएं आपको पता चल चुकी होंगी. आपको ये लेख कैसा लगा हमें Comment करके जरूर बताएं.
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