हमेशा की तरह 26 जनवरी को हम एक त्यौहार की तरह मनाने वाले हैं. इस ख़ास मौके पर हम आपके लिए लेकर आये हैं 26 January Speech In Hindi यानी गणतंत्र दिवस पर भाषण. और वो भी सबसे Latest, यानी सन 2023 के लिए. बहुत से लोग हैं जो इस विषय में कुछ नहीं जानते, उन्हें हम गणतंत्र दिवस की पूरी जानकारी देंगे.
हम भारत देश के नागरिक है और हम इस बात पर हमेशा से गर्व करते आये हैं. भारत देश के हर क़ानून, नियमों और उसूलों को हम सदा से मानते आये हैं. क्योंकि हमने इस देश को पाने के लिए बहुत बड़ा संघर्ष किया. आप सब जानते ही हैं कई सालों की मेहनत के बाद हमें 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली थी.
लेकिन उसके बाद भी देश में कोई व्यवस्था नहीं थी. किसी को कुछ नहीं पता था की अब आगे कैसे और क्या करना है. देश को सही ढंग से चलाने के लिए कुछ अच्छे नियमों और कानूनों की जरूरत थी. यही से देश को संविधान की जरूरत महसूस हुयी. गणतंत्र दिवस भाषण शरू करने से पहले हम आपको बताना चाहते हैं की आखिर गणतंत्र है क्या?
गणतंत्र का मतलब क्या है – 26 January Speech In Hindi
इस साल हम 72वां गणतंत्र दिवस यानी Republic Day मनाने जा रहे हैं. लेकिन क्या आपको गणतंत्र की जानकारी है? की गणतंत्र क्या होता है और हम गणतंत्र दिवस क्यों मानते हैं? हमें उम्मीद है की बहुत से लोगों को नहीं पता होगा. जो देश गणतंत्र को अपनाते हैं उन्हें गणतांत्रिक देश कहते हैं, और भारत भी एक गणतंत्र देश है.
जिस भी देश में देश को चलाने के लिए जो सत्ता यानी सरकार चुनी जानती है, अगर वो उस देश की जनता द्वारा चुनी जाए तो उसे गणतंत्र कहते हैं. आप एक बार “गणतंत्र” शब्द को ध्यान से समझने की कोशिश कीजिये. गण + तंत्र = जनता के द्वारा बनाया गया सिस्टम. यानी यहाँ जनता को पूरा महत्व दिया जाता है.
सिर्फ गणतंत्र दिवस पर भाषण देने से या सुनने से कुछ नहीं होता, हमें इसके बारे में पूरी जानकारी होना भी जरूरी है. बहुत से ऐसे देश हैं जहाँ वहां की जनता को दबाया जाता है, उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है. वहां सत्ता उनकी सेना के हाथ में होती है या फिर सर्वोच्च पदाधिकारी जनता की मर्ज़ी के खिलाफ शाशन करते हैं.
ऐसे देश गणतांत्रिक नहीं होते, वहां का कोई सविंधान नहीं होता. इन्ही सब बातों और जनता के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए हमारे देश के लिए सविंधान लिखा गया. आपको शायद पता नहीं होगा की हमारे देश का सविंधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित सविंधान है जिसमें जनता को सर्वोपर्री माना गया है.
हमारे सविंधान में ये बात साफ़ साफ़ लिखी गयी है की ये देश किसी ख़ास सरकार, नेता या पदाधिकारी का नहीं है, बल्कि जनता का है. हमारा सविंधान धर्म निरपेक्ष वाली बात पर जोर देते हुए समानता के अधिकार पर जोर देता है. सविंधान मानता है की यहाँ हर कोई बराबर है, चाहे वो कोई नेता हो या फिर आम आदमी.
सब के लिए कानून बराबर हैं, और सजा भी बराबर है. हमारे देश में एक बड़ा वर्ग गरीब की श्रेणी में आता है. लेकिन हमारा सविंधान ही वो चीज़ है जो उन्हें सबके बराबर कर देता है. यही कारण है की हम सब इसका इतना सम्मान करते हैं और हर साल गणतंत्र दिवस मनाते हैं. 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में सविंधान लागू हुआ था.
तबसे लेकर आज तक हम इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मानते आ रहे हैं. गणतंत्र अपने आप में एक बहुत बड़ी चीज़ है जो किसी में देश को विश्व में एक अलग ही सम्मान दिलाती है. हम इसे Republic Day के रूप में भी जानते हैं. हम 26 जनवरी को भी एक राष्ट्रीय त्यौहार ही मानते आये हैं.
हमारे सविंधान का निर्माण डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने किया. चाहे कोई विद्यार्थी हो या फिर नेता हर किसी के लिए 26 january पर Speech देना एक गर्व की बात होती है. इस दिन हमें हमारे सविंधान पर बोलने का मौका मिलता है. तो चलिए गणतंत्र दिवस भाषण कैसा होना चाहिए जानते हैं.
Republic Day Speech In Hindi – गणतंत्र दिवस पर भाषण
हमारे देश में गणतंत्र दिवस बड़े ही चाव से मनाया जाता है. खासकर शिक्षण संस्थानों में चाहे वो बच्चों का स्कूल हो या कॉलेज, हर जगह गणतंत्र दिवस पर भाषण जरूर दिया जाता है. यही कारण है की सविंधान बनने के इतने साल बाद भी इसका महत्व कम नहीं हुआ और 26 जनवरी हमारे दिल में बसी हुयी है.
गणतंत्रता दिवस का हमारी स्वतंत्रता से बहुत बड़ा सम्बन्ध है. क्योंकि अगर हम स्वतंत्र ही नहीं होते तो हमें ये पर्व मनाने का मौका ही नहीं मिल पाता. इसलिए हमें दिल से धन्यवाद करना चाहिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का जिन्होंने हमें आज़ादी दिलाने के लिए अपना जीवन लगा दिया.
इनमें बहुत से नाम आते हैं जैसे महात्मा गाँधी, सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आज़ाद, लाल बहादुर शास्त्री और सरदार वल्लभ भाई पटेल. ये वो महान हस्तियाँ हैं जिनके बारे में हमें अपने Republic Day Speech में जरूर बताना चाहिए.
क्योंकि इनके मिले जुले प्रयासों के बिना हमें ये दिन देखना नसीब नहीं होता. अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं या फिर आप अपने कार्यस्थल पर इस मौके पर भाषण देना चाहते हैं तो ये पोस्ट आपके लिए ही है. यहाँ से आप Idea ले सकते हैं की आपको इस मौके पर क्या बोलना है और कैसे लोगों के दिलों में जगह बनानी है.
26 January Speech For Students In Hindi
सबसे पहले आपको अपने स्थान पर खड़े होकर सभी अध्यापकों और अतिथिगणों का अभिवादन करना है. इसके लिए आप आप अपने हिसाब से 4-5 लाइन्स बोल सकते हैं. किसी भी भाषण से पहले वहां बैठे लोगों को अटेंशन में लेना जरुरी होता है. उसके बाद आपको गणतंत्र दिवस पर भाषण शुरू करना है. जैसे –
मित्रों आज का दिन हम सब के लिए बहुत ही ख़ास है, क्योंकि आज हम सब यहाँ एक ऐसा पर्व मनाने के लिए इकठ्ठा हुए हैं जिसके पीछे संघर्ष की एक बहुत बड़ी दास्ताँ है. जी हाँ आज हम यहाँ अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं.
मै अपने आप को बहुत बड़ा सौभाग्यशाली समझता हूँ की मुझे आज यहाँ आप सब के सामने गणतंत्र दिवस पर बोलने का मौका दिया जा रहा है. स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और संघर्ष की बदौलत हम सब को ये दिन देखना नसीब हुआ और 26 जनवरी 1950 को हमारा सविंधान लागू हो पाया.
दोस्तों हमारे देश में बहुत से त्यौहार मनाये जाते हैं, जो हर जाती और धर्म के लोग अपने अलग अलग तरीके से मनाते हैं. लेकिन 26 जनवरी एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर धर्म और हर जाती के लोग एक ही तरीके से मनाते हैं. चाहे वो हिंदी हो या मुस्लिम, इस दिन हमारा पूरा देश एक होकर इस अवसर पर खुशियाँ मनाता है.
पूर्ण स्वराज का अपना एक अलग ही महत्व और मज़ा होता है, ये बात हम सब जानते हैं. गणतंत्र यानी हमारा सविंधान हम सब को जीने, बोलने और कुछ भी करने का समान अधिकार देता है. इसलिए हमें कभी भी अपने सविंधान का गलत फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. हम सबको हमेशा मिल जुलकर रहना चाहिए.
हम सबको राष्ट्रभक्त बनकर रहते हुए सदा देश के विकास और समृद्धि की कामना करनी चाहिए. क्योंकि आपस में बैर रखने का नतीजा हम पहले भुगत चुके हैं और बहुत ही कडवे दौर से गुजरे हैं. सन 1950 के बाद लगातार हर साल हम गणतंत्र दिवस मनाते आ रहे हैं. लेकिन सिर्फ 1 दिन के लिए ही इसे याद रखना ठीक नहीं है.
हमें अपने पुराने बुरे दिनों को हमेशा अपने दिमाग में रखना चाहिए. मै यहाँ 26 January Speech In Hindi इसलिए पेश कर रहा हूँ, क्योंकि मै हिंदी और हिन्दुस्तान दोनों से प्यार करता हूँ.
आज हमारे देश में अनेक तरह की बुराइयां अपना पैर पसारती जा रही हैं. हिंसा, अपराध, बलात्कार और भ्रस्टाचार की घटनाएँ लगातार हमारी बुनियाद हिलाने की कोशिश कर रही हैं.
गणतंत्र दिवस पर हम सब को मिलकर इन बुराइयों को उखाड़ फेंकने का प्रण लेना चाहिए. क्योंकि इन्ही बुराइयों और कमियों की वजह से सालों पहले हमारे देश पर ब्रिटिश हुकूमत कायम हो गयी थी. हमें हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों की मेहनत को जाया नहीं करना है.
ऐसी गलतियाँ हमें दुबारा नहीं करनी है. विश्व के मानचित्र पर एक अलग ही छाप छोड़ने के लिए हम सबको प्रतिज्ञा करनी चाहिए की हम हमेशा देश हित में सोचेंगे और देश हित में ही कार्य करेंगे. हम सबको मिलकर ही देश से गरीबी, भुखमरी, असमानता, भ्रस्ताचार और अशिक्षा जैसी समस्याओं से लड़ना है.
यहाँ पर गणतंत्रता दिवस पर भाषण देने का मेरा केवल और केवल एक ही मकसद है. और वो है मेरे सभी देशवासियों को बुराइयों के खिलाफ एकजुट करना. ताकि मेरा देश लगातार उन्नति की राह पर चले. अपराध और भ्रष्टाचार पर सभी का अपना एक मत हो और मिलकर इसकी जड़ को खत्म कर सकें.
देश में शान्ति का माहौल हो और हर किसी को अपने हक की बात कहने का अधिकार हो. हमारा देश एक लोकतान्त्रिक देश है जिसे हमें अपने प्रयासों से विश्व पटल पर चमकता हुआ नाम दिलवाना है. हमें कोशिश करनी है की हमारी वजह से कभी भी देश का नाम बदनाम ना हो.
हम हमेशा से मेहमानों को भगवान् मानते आये हैं. अतिथि देवो भव: वाली बात को हमसे ज्यादा सार्थक कोई और नहीं कर सकता. इसलिए हमारा फ़र्ज़ बनता है की किसी भी विदेशी से हम कभी कोई दुर्व्यवहार ना करें. ताकि जब भी उन्हें कहीं हमारे देश के बारे में बोलना पड़े तो सिर्फ और सिर्फ अच्छा ही बोलें.
अंत में आप सब से यही कहना चाहूँगा की हम सब को मिलकर ऐसे काम करने चाहिए जिससे हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज सदा ऊंचा रहे. इसका मान बढ़ाने के लिए ही हमारा कदम कदम आगे बढे. बहुमूल्य मौका देने के लिए आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंदी – वन्दे मातरम.
हमारे देश में हर साल दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर विशाल आयोजन किया जाता है. India Gate पर होने वाले इस आयोजन को देखने के लिए लाखों देशभक्त इकट्ठे होते हैं. इस दौरान हमारी सेना द्वारा भव्य परेड का आयोजन होता है. इस परेड में हमारी तीनो सेनायें (जल सेना, थल सेना और वायुसेना) शामिल होती है.
हमारे राष्ट्रपति भारतीय सेना द्वारा दी जा रही सलामी लेते हैं और उनका उत्साहवर्धन करते हैं. गणतंत्र दिवस पर किसी विदेशी अतिथि को भी बुलाया जाता है. भारत के प्रधानमंत्री इस मौके देश के लिए शहीद हुए जवानों को याद करते हैं और उन्हें फूल अर्पित करके श्रधांजली देते हैं.
सेना के जवान ऐसे ऐसे करतब दिखाते हैं की देखने वाले अपने दाँतों तले ऊँगली दबा लेते हैं. ऐसा सिर्फ धरती पर ही नहीं होता बल्कि आकाश में भी भारतीय वायु सेना अपने जबरदस्त करतब दिखाती है. हर व्यक्ति 26 जनवरी को किसी ना किसी तरीके अपने संविधान के प्रति सम्मान प्रकट करता नज़र आता है.
Amazing Facts About Replublic Day – गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ रोचक और महत्वपूर्ण बातें
26 Janauary Speech In Hindi को पूरा पढने के बाद आप खुद देशभक्ति से औत प्रोत हो गए होंगे. ऐसा होना भी चाहिए, हमें हमारे देश के बारे में हर चीज़ के बारे में सही जानकारी होना बहुत ही जरूरी है. इसी कड़ी में चलिए जानते हैं गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ मजेदार और ज्ञानवर्धक बातें.
(1) ये तो हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं की हमारे देश का सविंधान सबसे लम्बा लिखित सविंधान है. लेकिन क्या आप जानते हैं की हमारा सविंधान किसी मशीन या कंप्यूटर द्वारा नहीं लिखा गया है. बल्कि पूरा का पूरा सविंधान हाथ से ही लिखा गया है. इसे हमारे संसद भवन की सुरक्षित लाइब्रेरी में रखा गया है.
(2) आप सोच रहे होंगे की शुरू से ही गणतंत्र दिवस दिल्ली के India Gate पर मनाया जाता आ रहा होगा. ऐसा बिलकुल भी नहीं है, 1950 में सविंधान लागू होने के बाद इसके लिए किसी एक जगह का चुनाव नहीं किया गया था.
कभी राम लीला मैदान, कभी किसी स्टेडियम में या कभी लाल किले पर इसका आयोजन किया गया. लेकिन सन 1954 से इस भव्य आयोजन के लिए एक ही जगह निर्धारित कर गयी, और वो थी राजपथ. जहाँ India Gate है.
(3) हमारा सविधान कोई 4-5 दिन में तैयार नहीं हो गया. इसे पूरा लिखने यानी तैयार करने में बहुत ज्यादा समय लगा था, जिस पर शायद आप यकीन ना कर पायें. हमारे सविंधान को तैयार होने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का कुल समय लग गया था.
(4) 26 जनवरी 1950 को भारत ने अपना पहला गणतंत्र दिवस मनाया. क्या आप जानना चाहेंगे की हमारे पहले गणतंत्र दिवस पर हमारे अतिथी कौन थे. जी हाँ उस साल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो हमारे मेहमान थे.
(5) 26 जनवरी को जब हमारी सेना परेड शुरू करती है तो राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
(7) आप शायद जानते नहीं होंगे की गणतंत्र दिवस समारोह सिर्फ 1 दिन नहीं बल्कि 3 दिन तक चलता है. इसे 26 जनवरी से लेकर 29 जनवरी तक मनाया जाता है.
(8) राजपथ से निकलने वाली झांकियां तो आपने देखी ही होंगी. आपको शायद पता ना हो कि हर झांकी के लिए गति सीमा फिक्स की गयी है जो की 5 KM/PH है.
तो ये थी गणतंत्र दिवस को लेकर हमारी एक ख़ास पेशकश. गणतंत्र दिवस के लिए जो हमारे मन में था वो हमने इस लेख में उतार दिया. बस इतनी सी कामना है की पूरा देश इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास से मनाएं और सभी साथ मिलकर देश को आगे बढाने का संकल्प लें.
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यहाँ आपने पढ़ा 2023 के लिए गणतंत्र दिवस पर भाषण – 26 January Speech In Hindi. उम्मीद है Republic Day के बारे में पढ़कर आपको काफी मज़ा आया होगा. तो हमारी पोस्ट को Like और Share जरूर करें.
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