इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से बताएंगे कि Pilot कैसे बने? पायलट बनने के लिए कौन-कौन से Course होते हैं और क्या-क्या करना पड़ता है? तो आइए शुरू करते हैं हमारा लेख How To Become Pilot In Hindi. अधिकांश Students चाहते हैं की वो पायलट बनकर खुले आसमान में उड़े.
लेकिन ज्यादातर लोगों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है क्योंकि पायलट बनना इतना आसान नहीं है। इसके लिए परीक्षाएं पास करनी होती है और कई टेस्ट देने होते हैं। पायलट एक महत्वपूर्ण पोस्ट होती है। इस पद को समाज में सम्मान जनक पद माना गया है।
हो सकता है की आपको ये ना पता हो की Pilot बनने के लिए क्या करे. पर यह तो आपको पता ही होगा कि पायलट हवाई जहाज को उडाता है. लेकिन अलग-अलग हवाई जहाज को उड़ाने का अलग-अलग पायलट होता है। जैसे– यात्री विमान, लड़ाकू विमान, फाइटर जेट, इत्यादि।
इन सभी विमानों को उड़ाने के लिए अलग-अलग तरह की परीक्षा देनी होती है और अलग-अलग ट्रेनिंग दी जाती है। भारतीय वायुसेना में पायलट बनने के लिए विद्यार्थियों को CDS और AFCAT जैसी परीक्षाएं पास करनी होती है। उसके बाद ट्रेनिंग देकर भारतीय सेना में लड़ाकू विमान के पायलट बन सकते हैं।
पायलट बनने के लिए Pilot का Licence होना जरूरी है। पायलट का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आप जरूरी योग्यताओं के साथ आवेदन कर सकते हैं। Commercial तौर पर या प्राइवेट पायलट का लाइसेंस एक बेसिक लाइसेंस होता है, जो सभी तरह के विमान उड़ाने के लिए Permission नहीं देता है।
अलग-अलग प्रकार के विमान को उड़ाने के अलग-अलग पायलट होते हैं एवं उन विमान को उड़ाने के लिए पायलट बनने हेतु अलग अलग तरह के Courses करने होते हैं। अलग-अलग योग्यताएं निर्धारित की गई है। तो आइए विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं की Pilot कैसे बने.
पायलट हवाई जहाज को उड़ाने वाला मुख्य चालक होता है, जिसे Pilot कहते हैं। जिस तरह से बस को चलाने के लिए बस ड्राइवर होता है। रेल को चलाने वाला रेल ड्राइवर होता है। ठीक उसी प्रकार हवाई जहाज को चलाने वाला या उड़ाने वाला पायलट होता है।
पायलट बन कर देश और दुनिया में बिल्कुल फ्री में घूम सकते हैं। संपूर्ण दुनिया के अंतरिक्ष में हर रोज यात्रा कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए अलग तरह के कोर्स करने होते हैं, पढाईयां करनी होती है, Training करनी होती है, तब जाकर Pilot बनते हैं।
How To Become Pilot In Hindi – Pilot कैसे बने
पायलट बनने के इच्छुक दो तरीके से पायलट बन सकते हैं। पहला तो आर्मी ज्वाइन करके, भारतीय सेना में मिलिट्री फोर्स जॉइन करके पायलट बन सकते हैं। या फिर आप कमर्शियल पायलट बन सकते हैं। Commercial Pilot यानी यात्रियों को लाने ले जाने वाले विमान चालक.
जैसे– एयर इंडिया, एयरलाइंस, स्पाइसजेट, इंडिगो, इत्यादि। दोनों ही तरीको के लिए अलग-अलग प्रक्रिया है, अलग-अलग डिग्रियां है, अलग-अलग ट्रेनिंग होती है। अगर आप नहीं जानते की Pilot कैसे बनते हैं तो सुनिए. पायलट बनने के लिए आपको कम से कम 12वीं कक्षा पास करनी होगी।
लेकिन दसवीं कक्षा में अच्छे अंक होने जरूरी है, तभी आपको Aviation Course में Admission मिलेगा। इस कोर्स को करने के बाद ही पायलट बनने का आप का रास्ता नजर आता है।
दसवीं और बारहवीं कक्षा विज्ञान, केमिस्ट्री, मैथ, फिजिक्स, इत्यादि विषय में पास करनी होती है। इस विषय में दसवीं कक्षा में अच्छे अंक लाने जरूरी होते हैं। जबकि 12वीं कक्षा पास करना होगा। इसके बाद पायलट बनने की पढ़ाई कर सकते हैं।
पायलट बनने के लिए क्या योग्यता
- बारहवीं कक्षा केमिस्ट्री, साइंस, मैथ, फिजिक्स, इत्यादि से पास होनी चाहिए। जिसमें कम से कम 50 अंक प्राप्त होने चाहिए।
- पायलट बनने के लिए कम से कम 18 वर्ष की आयु होनी चाहिए।
- कमर्शियल पायलट बनने के लिए अधिकतम आयु 60 वर्ष है।
- पायलट बनने के लिए DGCA के द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होगी।
- पायलट बनने के लिए कम से कम 5 फीट की हाइट होनी जरूरी है।
- उम्मीदवार किसी भी तरह की बीमारी का शिकार नहीं होना चाहिए शरीर स्वस्थ होना चाहिए।
- पायलट बनने की परीक्षा में कम से कम 70% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- पायलट बनने वाले उम्मीदवार की आंखें एकदम सही होनी चाहिए।
- दसवीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होने चाहिए तभी आगे एडमिशन मिलेगा।
पायलट बनने की प्रक्रिया
- सबसे पहले दसवीं कक्षा अच्छे अंको से पास करें, उसके बाद बारहवीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ विज्ञान, फिजिक्स, मैथ जैसे विषय से पास करें।
- 12वीं कक्षा पास करने के बाद 3 वर्ष का एवियशन कोर्स को पास करके कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त करें।
- 12th पास करने के बाद एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए NDA एग्जाम को पास करें और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पायलट का लाइसेंस प्राप्त करें।
- मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद पायलट के लाइसेंस के साथ हवाई जहाज सकते हैं, आकाश में उड़ान भर सकते हैं।
Indian Airforce में Pilot कैसे बने
भारतीय वायुसेना में पायलट बनकर देश की सेवा करने का सपना अधिकांश युवाओं का होता है। लेकिन इसके लिए काफी कठिन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, परीक्षाएं देनी होती है, ट्रेनिंग देनी होती है। उसके बाद इंडियन एयरफोर्स में पायलट का लाइसेंस मिलता है।
इंडियन एयर फोर्स ज्वाइन करने के बाद फाइटर जेट और लड़ाकू विमान की ट्रेनिंग दी जाती है। इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनाना कमर्शियल पायलट से बिल्कुल अलग है। कमर्शियल पायलट के मुकाबले यह अत्यंत जटिल परीक्षा एवं ट्रेनिंग होती है।
भारतीय वायुसेना में पायलट बनने के 4 तरीके हैं। इन 4 तरीकों से इंडियन एयरफोर्स में पायलट बन सकते हैं, लेकिन इन तरीकों से भारतीय वायुसेना में पायलट बनने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है।
यह परीक्षा अत्यंत कठिन होती है, क्योंकि इस परीक्षा को भारतीय “संघ लोक सेवा आयोग” यानी UPSC द्वारा आयोजित कराया जाता है। तो अब आप समझ गए होंगे कि यह परीक्षा कितनी कठिन होती है। इस परीक्षा को पास करने के बाद इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने का कोर्स करने के बाद 3 वर्ष की ट्रेनिंग होती है।
3 वर्ष तक कठिन परिश्रम करके ट्रेनिंग पास करने के बाद ही लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए, इंडियन एयर फोर्स पायलट का लाइसेंस मिलता है। भारतीय वायुसेना में पायलट बनने के लिए आपको 4 तरीके मिलते हैं।
NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी), Short Service Commission Entry यानी SSCE, CDSE (कंबीनेड डिफेंस सर्विस अकैडमी) एवं National Cadet Corps इत्यादि शामिल है इन 4 तरीकों की मदद से आप इंडियन एयर फोर्स के पायलट बन सकते हैं।
Condidate Pilot Program से Commercial Pilot बनने का तरीका
अच्छे अंको से दसवीं कक्षा पास करें और 12वीं कक्षा भी अंकों के साथ पास करें, दसवीं और बारहवीं कक्षा मैथ, साइंस जैसे विषय में पास करें।
चांपा से 12वीं कक्षा पास करने के बाद अलग-अलग एयरलाइंस द्वारा चलाए जा रहे कैडेट पायलट प्रोग्राम में हिस्सा लें।
प्रोग्राम के दौरान एंट्रेंस एग्जाम पास करें, इंटरव्यू पास करें, मेडिकल टेस्ट पास होने के बाद कैंडेट पायलट प्रोग्राम का हिसा बन जाएंगे।
केडेंट पायलट प्रोग्राम ज्वाइन करने के बाद आपको किसी भी प्रकार की कोई खास परीक्षा नहीं देनी होती है और ना ही कोई कोर्स करने होते हैं। यहां पर आपको खासतौर से ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग में पास करना अनिवार्य है।
लगभग 7 सप्ताह तक टाइपराइटिंग ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आपको एयरलाइंस द्वारा पायलट बना दिया जाता है। उसके बाद आप कमर्शियल फ्लाइट उड़ा सकते हैं।
Commercial Pilot कैसे बने
- कमर्शियल पायलट बनने के लिए अच्छी तरह से अंग्रेजी भाषा का ज्ञान लें एवं गणित सीखें।
- दसवीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ रसायन विज्ञान, गणित एवं
- विज्ञान क्षेत्र से पास करें। उसके बाद 12वीं कक्षा में प्रवेश करें।
- बारहवीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ साइंस, फिजिक्स, मैथ, इत्यादि विषय से पास करने के बाद इंटरमीडिएट करें।
10वीं और 12वीं परीक्षा अच्छे अंको से पास करने के बाद इंटरमीडिएट करें और फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन ले। यहां पर आपको मेडिकल फिटनेस और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन के समय एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है। इस एग्जाम में पास होना जरूरी है। यह एग्जाम तीन प्रक्रियाओं से पूरा होता है। जिसमें एंट्रेंस एग्जाम, मेडिकल टेस्ट और इंटरव्यू शामिल है। इन तीनों में पास होने के बाद ही फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन दिया जाता है।
कमर्शियल पायलट बनने का कोर्स डेढ़ से 2 वर्ष में पूरा हो जाता है। इस दौरान कमर्शियल फ्लाइट्स को उड़ाने के बारे में पढ़ाई करवाई जाती है। कमर्शियल पायलट बनने के लिए कैडेट पायलट प्रोग्राम भी ज्वाइन कर सकते हैं या फिर फ्लाइंग स्कूल से भी पढ़ाई पूरी करके कमर्शियल पायलट बन सकते हैं।
पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें
कमर्शियल पायलट बनने की पढ़ाई पूरी होने के बाद कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त करने हेतु आवेदन करना होता है। आवेदन करने पर भारत सरकार द्वारा SPL लाइसेंस प्रदान किया जाता है। इस लाइसेंस के अंतर्गत आप प्लेन उड़ाना सीख सकते हैं, प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग ले सकते हैं।
Studentsपायलट लाइसेंस मिलने के बाद 60 घंटों की ट्रेनिंग ली जाती है। उस ट्रेनिंग में पास होने के बाद कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस लाइसेंस को देने से पहले आपको कुछ टेस्ट और परीक्षा देनी होती है, जिसमें पास होने के बाद आपको कमर्शियल पायलट लाइसेंस दे दिया जाता है।
जिसके बाद आप किसी भी तरह का कमर्शियल फ्लाइट उड़ा सकते हैं। इस तरह से आप कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त करके कमर्शियल पायलट बन जाते हैं और एयर फोर्स पायलट एवं एयरलाइंस द्वारा चलाए जा रहे प्रोग्राम के तहत किया आप बिना किसी ज्यादा मेहनत के पायलट बन सकते हैं।
इस बारे में ऊपर जानकारी बता दी गई है। पायलट बनना वर्तमान समय में अधिक युवाओं का सपना होता है। पायलट एयरलाइंस के तहत या भारतीय वायुसेना के तहत आकाश में विमान उड़ाते हैं।
भारत के प्रमुख Flying Institutes
- ओरिएंट फ्लाइंग स्कूल
- अहमदाबाद एविएशन एंड एरोनॉटिक्स लिमिटेड
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी
- उड्डयन और विमानन सुरक्षा संस्थान
- बॉम्बे फ्लाइंग क्लब
- राष्ट्रीय उड़ान प्रशिक्षण संस्थान
- गवर्नमेंट फ्लाइंग क्लब
- राजीव गांधी एकेडमी ऑफ एविएशन टेक्नोलॉजी
- सीएई ऑक्सफोर्ड एविएशन अकादमी
- सरकारी विमानन प्रशिक्षण संस्थान
- मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब
- पुडुचेरी ठाकुर कॉलेज ऑफ एविएशन
पायलट बनने की फीस कितनी होती है
पायलट बनने की फीस किस बात पर निर्भर करती है कि आप किस इंस्टिट्यूट से ट्रेनिंग ले रहे हैं, किस इंस्टिट्यूट से पढ़ाई कर रहे हैं। फ्लाइंग स्कूल से पायलट बनने पर आमतौर पर 20 से 2500000 रुपए फीस ली जाती है।
बड़े-बड़े और लोकप्रिय फ्लाइंग इंस्टीट्यूट 3000000 से लेकर ₹5000000 तक भी फीस लेते हैं। जबकि छोटे और सामान्य स्कूल इससे कम फीस लेते हैं।
पायलट की सैलरी कितनी होती है
पायलट की सैलरी भारत में पायलट के पद के अनुसार होती हैं। यदि कोई व्यक्ति भारतीय एयरलाइंस में पायलट है, तो उसकी सैलरी अत्यधिक होती है। जबकि प्राइवेट सेक्टर में सैलरी थोड़ी कम होती है। इसके अलावा भारत की किस एयरलाइंस में नौकरी करते है?
VIP Airlines है या सामान्य है? तो उस अनुसार भी अलग-अलग सैलरी दी जाती है। भारतीय वायुसेना में भी अलग-अलग तरह के लड़ाकू विमान गाने वाले पायलट को अलग-अलग सैलरी मिलती है। लेकिन आमतौर पर भारत में एयरलाइंस पायलट को 40 लाख से लेकर 5000000 रुपए प्रतिवर्ष शुरुआती तौर पर दिए जाते हैं।
अगर हम बात करें भारतीय एयरफोर्स की तो भारत एयर फोर्स पायलट को हर महीने 80000 रूपएसे लेकर 100000 तक दिया जाता है। भारतीय एयरफोर्स में कुछ समय बाद सैलरी में बढ़ोतरी की जाती है, जिससे उनकी सैलरी हर महीने 100000 से लेकर 300000 और रिटायरमेंट के समय तक 200000 हर महीने भी पहुंच जाती है.
भारत में पायलट को लाखों रुपए में सैलरी मिलती है, जबकि विदेशों में इससे भी ज्यादा है। इसीलिए अधिकांश युवा पायलट बनना चाहते हैं पायलट बनने के बाद सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। इसके अलावा अंतरिक्ष में नियमित रूप से उड़ान भरते हैं।
Salary के अलावा पायलट को अनेक तरह के इंश्योरेंस और सुविधाएं दी जाती है। आमतौर पर पायलट को तरह-तरह के स्वास्थ्य इंश्योरेंस और देश दुनिया में मुफ्त में घूमने की सुविधा मिलती है। तो अब तक आप समझ चुके होंगे की Pilot कैसे बने और इसके लिए क्या क्या करना पड़ता है.
पायलट बनने के बाद Carrier Options
पायलट बनने के बाद अनेक सारे करियर ऑप्शन है क्योंकि पायलट बनने की प्रक्रिया थोड़ी कठिन होती है। इसीलिए बहुत ही कम लोग पायलट बन पाते हैं। परंतु पायलट बनने का सपना सभी लोगों का होता है। पायलट बनने के बाद देश और दुनिया में तरह-तरह के विमान उड़ा सकते हैं।
हालांकि अलग-अलग अभिमान और अलग-अलग सेक्टर के अनुसार अलग-अलग कोर्स होते हैं। पायलट को अच्छी सैलरी मिलती है जिससे उन्हें बेहतरीन करियर ऑप्शन मिल जाता है।
पायलट का लाइसेंस मिलने के बाद – कार्गो पायलट, टेस्ट पायलट, मिलिट्री पायलट, फ्लाइट इंस्ट्रक्टर, मेडिकल एंड एयर एम्बुलेंस पायलट, कमर्शियल एयरलाइन पायलट, चार्टर पायलट, एयर टैक्सी, गवर्नमेंट सर्विस पायलट, ड्रोन पायलट, लॉ एन्फोर्समेंट पायलट इत्यादि पद पर कार्यरत हो सकते हैं।
पायलट बनने के बाद आपको अनेक तरह के करियर ऑप्शन देखने को मिल सकते हैं। करियर ऑप्शन के तौरपर आप – Indigo, एयर इंडिया, Personal Charter Plan, विस्तारा, Spice Jet, भारतीय वायु सेना, Air Asia, जेट एयरवेज इत्यादि एयरलाइंस के साथ नौकरी कर सकते हैं।
आप पायलट ट्रेनिंग सेंटर– इंडियन एविएशन एकेडमी मुंबई, ब्लू डायमंड एविएशन पुणे, एशियाटिक इंटरनेशनल एविएशन एकेडमी इंदौर, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एविएशन नई दिल्ली, एक्यूमेन स्कूल ऑफ पायलट ट्रेनिंग दिल्ली, में भी नौकरी कर सकते हैं।
FAQ : पायलट कैसे बने से संबंधित कुछ प्रश्न एवं उत्तर
1. पायलट बनने की न्यूनतम आयु क्या है?
उत्तर – पायलट बनने की न्यूनतम आयु 17-18 वर्ष है।
2. पायलट बनने के लिए 12वीं कक्षा में कितने अंक होने चाहिए?
उत्तर – पायलट बनने के लिए पहली कक्षा में 55% अंक होना चाहिए।
3 – पायलट के कोर्स की फीस कितनी होती है?
उत्तर – पायलट बनने के कोर्स की फीस सामान्य तौर पर 1000000 से लेकर 700000 तक होती हैं।
4. पायलट की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर – हर महीने पायलट को आमतौर पर 80000 से लेकर 100000 मिलता है।
भारतीय वायु सेना में भर्ती होकर इंडियन एयरफोर्स में पायलट बन सकते हैं। एयरलाइंस कंपनियों के प्रोग्राम को ज्वाइन करके पायलट बन सकते हैं। फ्लाइंग स्कूल ज्वाइन करके कमर्शियल पायलट बन सकते हैं। अलग-अलग पायलट को अलग-अलग सैलरी मिलती है और फीस भी अलग-अलग लगती है।
भारत में अनेक सारे फ्लाइंग स्कूल है और एटीट्यूट है। जहां पर आप पायलट बनने की पढ़ाई कर सकते हैं और डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। कौन-कौन से तरह के पायलट होते हैं? पायलट कैसे बनते हैं? पायलट बनने की योग्यता क्या है? पायलट की फीस कितनी होती है? पायलट बनने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
पायलट बनने के बाद करियर ऑप्शन क्या है? इत्यादि। पायलट बनने से संबंधित संपूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में हमने आपको विस्तार से बता दी है। हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए जरूर ही उपयोगी साबित हुई होगी।
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